पथरीली राह की आदत हो चली है, होगी तू सुरीली किसी और के लिए मैंने तो दूर-दूर तक सन्ना पथरीली राह की आदत हो चली है, होगी तू सुरीली किसी और के लिए मैंने तो दूर-द...
ये मातृभूमि ही है मेरी, पहली और आख़री मोहब्ब्त मेरी ,बेशक। ये मातृभूमि ही है मेरी, पहली और आख़री मोहब्ब्त मेरी ,बेशक।
पूछते हैं सब मुझको, क्यों उदास मेरा चेहरा। क्यों तन्हा मैं इतनी, तुम को एहसास नहीं है। पूछते हैं सब मुझको, क्यों उदास मेरा चेहरा। क्यों तन्हा मैं इतनी, तुम को...
स्त्री को मिट्टी, पुरुष को धूप प्रेम को पानी, होते हुए देखा है मैंने ! स्त्री को मिट्टी, पुरुष को धूप प्रेम को पानी, होते हुए देखा है मैंने !
आज उस रेत को दर्द बहुत होता होगा, तुम्हारे बदल जाने का अहसास वो भी महसूस करती होगी, आज वो भी हमसे मि... आज उस रेत को दर्द बहुत होता होगा, तुम्हारे बदल जाने का अहसास वो भी महसूस करती हो...
कभी भीगने की आस में सूखती जाती हूँ कभी सूखने की आस में, सीलती जाती हूँ ! भावनाओं की नमी ने ही, जोड़ र... कभी भीगने की आस में सूखती जाती हूँ कभी सूखने की आस में, सीलती जाती हूँ ! भावनाओं...